दुमका: झारखंड के दुमका जिले में स्थित संताल आदिवासियों के ऐतिहासिक गांव हिजला के ग्राम प्रधान सुनिलाल हांसदा का शहर के फूलो-झानो मुर्मू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल 27 सितंबर 2025 को निधन हो गया। वे 55 वर्ष के थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी।

सुनिलाल हांसदा हर साल हिजला गांव में बसंत के दिनों में लगने वाले राजकीय जनजातीय मेले का उदघाटन करते थे। हिजला मेले का उदघाटन यहां के ग्राम प्रधान द्वारा ही किये जाने की परंपरा है। राजनेता व वरीय अधिकारी मेले का उदघाटन नहीं करते हैं।
हिजला गांव मुख्य शहर से मात्र तीन किमी दूर है और शहर का विस्तार करीब-करीब वहां तक पहुंच चुका है। यह गांव मयूराक्षी नदी के तट पर हिजला पहाड़ी के चारों ओर बसा है, इसलिए इसकी आकृति गोलाकार है।
यहां पर बसंत मंचमी के आसपास लगने वाले की शुरुआत वर्ष 1890 में संताल परगना के तत्कालीन उपायुक्त आर कास्टेयर्स के शासनकाल में हुई थी। जिस जगह मेले का आयोजन होता है, वहां पर संताल आदिवासियों का पवित्र पूज्य स्थल मरांग बुरू है।
मेले के दौरान यहां दूर-दूर से संताल समाज व अन्य वर्ग के लोग आते हैं। उस समय जनजातीय संस्कृति की झलक व सांस्कृतिक प्रस्तुति विशेष आकर्षण होती है।