कटाव पीड़ितों को पुनर्वास या सरकारी जमीन में बसाने, बाढ़ प्रभावित घोषित करने सहित 17 सूत्री मांगों को लेकर कोशी नव निर्माण मंच ने दिया धरना
सुपौल (बिहार) : कोशी नव निर्माण मंच के बैनर तले कोशी पीड़ितों ने 26 सितंबर, दिन शुक्रवार को शहर के डिग्री कॉलेज चौक पर एक दिवसीय धरना दिया। धरना में शामिल लोगों ने जिला प्रशासन व राज्य सरकार से अपनी 17सूत्री मांगों को दोहराया और इस संबंध में जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के माध्यम से डीएम को ज्ञापन भेजा। वक्ताओं ने कहा कि अगर हामरी मांगें नहीं मानी गईं तो सात अक्टूबर से मुंगरार घाट पर अनिश्चितकालीन जल सत्याग्रह शुरू होगा।
आज के धरना कार्यक्रम में कोशी तटबंध के भीतर के अनेक गांवों से आए पीड़ितों ने बाढ़ में भुगती गई पीड़ा बताई। इस दौरान लालगंज के जागेश्वर मिस्त्री, बेला गोठ के भादो बिंद, त्रिफुल देवी, किरण देवी रेणु देवी, रेखा देवी इत्यादि लोगों ने अपने घर कटने के बाद बेघर होकर दर-दर भटकने का दर्द साझा किया। 2024 की बाढ़ में ख़खई स्पर पर बसे महादलितों के घर कटे, उन्हें आज तक गृह क्षति नहीं दी गई और जहां बसे हैं वहां पानी भरे रास्ते की विवशता बतायी गई। खोखनहा, पंचगछिया, बौराहा, मानिकपुर, हासा, सिकरहटा, सियानी, निर्मली, बलवा, सुकुमारपुर, बगहा, मुसहरनिया, दिघीया आदि गांवों से आए लोगों ने धरना के दौरान अपनी पीड़ा बताई।

कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने अपनी पीड़ा बतायी और जिला प्रशासन से उसके निवारण के लिए जरूरी पहल की मांग की। Photo – KNM
इस धरने में कोशी तटबंध के भीतर के पानी भरे गांवों को बाढ़ प्रभावित घोषित कराने, उन सभी कटाव पीड़ितों को जिनके पास बसने की जमीन नहीं है उनको पुनर्वास की खाली जमीन या सरकारी जमीन में बसाने, गृह क्षति सहित सहित अन्य क्षतिपूर्ति दिलाने, तटबंध पर बसे लोगों, तटबंध के भीतर के पुनर्वास से वंचित लोगों का सर्वे कराकर पुनर्वासित कराने, कोशी पीड़ित विकास प्राधिकरण को पुनर्जीवित करने, लगान मुक्ति, कोशी की छाडन धाराओं के पुनर्जीवित कराने सहित जन भागीदारी से वैकल्पिक समाधान, पुनर्वास की जमीन पर बसे लोगों के होल्डिंग टैक्स माफ करने सहित 17 सूत्रीय मांग पत्र डीएम के नाम तैयार किया गया। सुपौल डीएम और एडीएम की अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधि ने आकर मांग पत्र लिया।
अंत में सभी ने सर्वसम्मति से तय किया कि मांगें नहीं माने जाने की स्थिति में आगामी सात अक्टूबर से मुंगरार घाट पर अनिश्चित कालीन जल सत्याग्रह किया जाएगा।

धरना में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं और उन्होंन बड़ी मुखतरा से अपनी बात रखी। Photo – KNM
धरना का संचालन परिषदीय अध्यक्ष इंद्र नारायण सिंह ने किया। वहीं, इसकी अध्यक्षता आलोक राय, राजेश मंडल, राजेंद्र यादव, अरविंद मेहता और कमलवती ने संयुक्त रूप से किया। धन्यवाद ज्ञापन धर्मेन्द्र कुमार ने किया।
कार्यक्रम में उमेश पासवान, चंद्रमोहन यादव, जनोद, प्रिय कुमार, विशनदेव सदा, फुदय मुखिया, चन्नू, रामचंद्र यादव, मो सदरूल, अमित, महेंद्र यादव सहित अनेक लोगों ने अपनी बातें रखीं। वहीं संतोष मुखिया, जय प्रकाश, संजय यादव, मनीष, शिवशंकर मंडल, आरिफ निजाम, भीम सदा, इत्यादि लोगों ने धरना कार्यक्रम की व्यवस्था में योगदान दिया।