श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती गांव में 14 अगस्त 2025 को दिन में बादल फटने से कई लोगों की जान जाने व दर्जनों लोगों के लापता होने की आशंका है। इस हादसे के बाद क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य तीव्र किए गए हैं। इस हादसे को लेकर मीडिया रिपोर्टाें में बड़ी संख्या में जान जाने व लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है और इस बीच मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि पुख्ता जानकारी के बिना वे प्रेस से बात नहीं करेंगे।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अधिकारियों के हवाले से खबर दी है कि किश्तवाड़ के एक सुदूर गांव में बादल फटने से कई लोगों की मौत हुई है। यह आपदा मचैल माता मंदिर जाने वाले रास्ते पर आखिरी मोटर वाहन जा पाने में सक्षम गांव चशोती में दोपहर 12 से एक बजे से एक बजे के बीच आयी। उस समय बड़ी संख्या में लोग वार्षिक मचैल यात्रा के लिए वहां जमा हुए थे। 9,500 फ़ीट ऊँचे इस मंदिर तक पहुँचने का 8.5 किलोमीटर का रास्ता चशोती से शुरू होता है।
चशोती किश्तवाड़ शहर से करीब 90 किलोमीटर की दूरी पर है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, वहां लगाया गया एक लंगर बादल फटने की वजह से आयी बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ और दुकानों और एक सुरक्षा चौकी सहित कई इमारतें बह गईं।
इस लिंक पर जाकर आप पीटीआई का इन्फोग्राफिक देख सकते हैं।
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक्स पर दुःख जताते हुए कहा, सिविल, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ अधिकारियों को बचाव एवं राहत अभियान को तेज करने और प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा है कि संकट की इस घड़ी में सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और वायु सेना को भी लोगों को निकालने के लिए सतर्क कर दिया गया है। उन्होंने जानकारी दी है कि चशोती में राहत एवं बचाव कार्य जोरों पर है। घटनास्थल पर मशीनें तैनात की गई हैं और अन्य दल भेजे गए हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राहत कार्य में हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।

जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घटना पर अफसोस जताया है और कहा है कि उनकी गृहमंत्री अमित शाह से बात हुई है। बादल फटने से प्रभावित क्षेत्रों से सत्यापित सूचनाएं धीरे-धीरे आ रही हैं। बचाव कार्यों के प्रबंधन के लिए जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर से सभी संभव संसाधन जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे फिलहाल चैनलों या समाचार एजेंसियों से बात नहीं करेंगगे। सरकार जब भी संभव होगा जानकारी साझा करेगी।