ममता बनर्जी ने अपने विस्तृत ट्वीट के जरिए कोलकाता में बारिश के बाद उत्पन्न हुए हालात पर बयान दिया है।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुई भारी बारिश ने महानगर की जिंदगी को अस्त-व्यस्त कर दिया है और और मंगलवार (23 September 2025) रात 10 बजे तक मृतकों की संख्या 10 पहुंच गयी। भारतीय मौसम विभाग के कोलकाता को लेकर जारी जानकारी के अनुसार, 22 सितंबर को दिन के साढ़े 11 बजे से 23 सितंबर को दिन के साढ़े 11 बजे तक कोलकाता में 252 मिमी औसतन बारिश हुई है। कोलकाता में 1986 के बाद एक दिन में इतनी बारिश हुई है। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोलकाता में हुई बारिश इस महानगर में 137 सालों के इतिहास में छह सबसे अधिक बारिश वाले दिनों में एक है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में बारिश के बाद के हालात पर शाम में ट्विटर पर एक विस्तृत बयान जारी किया। उन्होंने इसमें कहा है, हमारे सहयोगी और अधिकारी कोलकाता और आसपास के कुछ इलाकों में, जो अचानक आई आपदा से तबाह हो गए हैं, स्थिति को सामान्य बनाने के लिए हर जगह प्रयास कर रहे हैं। डीवीसी द्वारा एकतरफा पानी छोड़े जाने के कारण राज्य पहले से ही बाढ़ की चपेट में था, सभी नदियाँ और नहरें अस्त-व्यस्त थीं। बिहार और उत्तर प्रदेश से फरक्का बैराज के ज़रिए बहुत सारा पानी आ रहा है, वहाँ ड्रेजिंग न होने के कारण समस्या थी। ऊपर से यह अचानक भारी बारिश आ गई है। मैं महापौर, मुख्य सचिव और अन्य के माध्यम से स्थिति पर नज़र रख रही हूँ और आवश्यक निर्देश दे रही हूँ। उन्होंने अपने बयान में कहा, आज से सभी सरकारी स्कूल बंद रहेंगे। कॉलेज और विश्वविद्यालय भी अगले दो दिनों तक बंद रहेंगे। निजी कार्यालय अगले दो दिनों तक घर से काम करेंगे। सरकारी कार्यालय भी अगले दो दिनों तक घर से काम करेंगे। लोगों को बचाना अब प्राथमिक कार्य है।
कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम का भी हालात पर बयान आया है, जिसे आप इस लिंक पर सुन सकते हैं।
बारिश की वजह से शहर का बड़ा हिस्सा जल-मग्न हो गया है और सड़कों पर पानी का जमाव होने से यातायात चरमरा गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस स्थिति को लेकर महानगर के मेयर व राज्य के मुख्य सचिव के संपर्क में होने की बात कहते हुए प्राथमिक तौर पर इसके लिए फरक्का बैराज की खराब ड्रेजिंग की निंदा की है और लोगों को अपने घरों में रहने की सलाह दी है। यह तीव्र बारिश ऐसे समय में हुई है जब कोलकाता का सबसे बड़ा उत्सव दुर्गापूजा शुरू हो गया है और लोग पूजा की तैयारियों में लगे हैं।

राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बारिश को अभूतपूर्व बताया और कहा कि उन्होंने ऐसी बारिश पहले कभी नहीं देखी। उन्होंने बारिश जनित हादसे में मरने वालों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा कि मैंने सुना है कि बिना रखरखााव वाले बिजली की तार से करंट लगने से सात से आठ लोगों ने जान गंवा दी है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सीईएससी (निजी क्षेत्र की बिजली कंपनी) को उनके परिजन को नौकरी देनी चाहिए। बिजली करंट से इकबालपुर, कालिकापुर, बल्लिपुर इलाके में मौतें हुई हैं।

भारी बारिश के बाद जलजमाव की वजह से यात्रियों व ऑफिस जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
कोलकाता के कई इलाकों में पिछले 24 घंटों में रिकार्ड बारिश दर्ज की गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गरिया कामदहरी में 332 मिमी और जोधपुर पार्क में 285 मिमी बारिश दर्ज की गई। बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से और बारिश होने की आशंका है।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश के मद्देनजर पश्चिम बंगाल सरकार ने अगले दो दिनों तक स्कूल में छुट्टी की घोषणा की हैं। बारिश व खराब मौसम की वजह से मंगलवार को कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस एयरपोर्ट से 30 विमानों की उड़ान रद्द कर दी गई और 42 विलंबित की गईं।