ट्री मैन के नाम से मशहूर बोकारो के पर्यावरण कार्यकर्ता जगदीश महतो का निधन

बोेकारो: बोकारो जिले में जंगल बचाने के अपने अभियान के लिए पहचाने जाने वाले जगदीश महतो…

दुमका रेलवे स्टेशन के नाम पट्ट में जुटा संताली भाषा व ओलचिकी लिपि, आदिवासी समाज में हर्ष

दुमका : दुमका रेलवे स्टेशन का नाम नाम पट्ट में संताली भाषा व ओलिचिकी लिपि में…

झारखंड में पत्रकारों व कम्युनिकेटर्स ने सामुदायिक व प्राकृतिक संसाधनों की रिपोर्टिंग पर की खुली चर्चा

कॉमन्स पर रिपोर्टिंग के लिए असर और कॉमन ग्राउंड ने आयोजित की कार्यशाला इस कार्यशाला का…

पलासबोना, अंधारकोठा, श्रीकुंड : साहिबगंज जिले का ड्राइ जोन, जहां बचपन पर है पानी का बोझ

पलासबोना, श्रीकुंड और अंधारकोठा गांव के लोग सार्वजनिक जलस्रोतों पर पानी के लिए निर्भर हैं। ऐसे…

राजकीय जनजातीय हिजला मेला और दिसोम मरांग बुरु का ऐतिहासिक संदर्भ और महत्व

सच्चिदानंद सोरेनसमाज सेवक झारखंड की उपराजधानी दुमका से सटे हिजला पहाड़ी की तलहटी में स्थित है…

हिजला मेले में ओलिचिकी लिपि में तोरण द्वार व बैनर नहीं लगाए जाने से ग्रामीण व आदिवासी संगठन नाराज, तुरंत सुधार की मांग

दुमका : 135 वर्ष पुराना ऐतिहासिक राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव दुमका प्रखंड के हिजला गांव…

कॉमन्स के लिए आदिवासियों के संघर्ष से जुड़ा है हिजला के सांस्कृतिक आयोजन का इतिहास

इन दिनों पर्यावरण के क्षेत्र में कॉमन्स शब्द की चर्चा प्रमुखता से हो रही है। हालांकि…

हिजला मेले में ओलिचिकी लिपि में तोरण द्वार व बैनर लगवाने की हेमंत सरकार से आदिवासी समाज ने की मांग

दुमका: दुमका में आयोजित होने वाले राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव की शुरुआत तीन फरवरी 1890…

झारखंड के ऐतिहासिक गांव हिजला में विकास का एक नमूना, सड़क का निर्माण ऐसे कि खत्म हो जाता है पीसीसी का महत्व

दुमका : दुमका जिले में स्थित हिजला झारखंड का एक एक ऐतिहासिक गांव है, जिसका इतिहास…

संताली भाषा व ओलचिकि लिपि में पढाने की मांग किस आधार पर कर रहे हैं झारखंड के संताल आदिवासी?

मुख्यमंत्री को मांग सौंप कर अमल करने की विभिन्न संगठनों ने किया है आग्रहदुमका : झारखंड…