बिरसा जैविक उद्यान में अन्य उद्यान से इस साल कई दूसरी प्रजातियों को लाया गया
रांची : रांची के ओरमाझी स्थित बिरसा जैविक उद्यान एक पार्क से अधिक अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। बिरसा जैविक उद्यान में घूमते हुए कई बार लगता है कि यह एक उद्यान से बढकर अभ्यारण्य है। बिरसा पार्क में 91 प्रजातियां संरक्षित हैं, जिनमें 41 पक्षी, 31 स्तनधारी और 19 सरीसृप वर्ग के शामिल हैं।
वर्ष 2024 बिरसा जैविक उद्यान के लिए इस रूप में उपलब्धियों भरा रहा कि यहां कई जीवों के बच्चों का जन्म हुआ, जिनमें दरियाई घोड़ा, लकडद्यबग्घा, सांभर, चीतल, कोटरा, कृष्णमृग, सफेद कृष्णमृग, नीलगाय, लंगूर और बंदर शामिल हैं।
वहीं, पक्षी की श्रेणी में मोर, सिल्वर फीजेंट, गोल्डन फीजेंट, बजरीगर, तोता और शुतुरमुर्ग के बच्चों का जन्म हुआ। इसके अतिरिक्त सरीसृप वर्ग में घड़ियाल और कछुआ के नए बच्चे बिरसा पार्क के परिवार में शामिल हुए।
बिरसा उद्यान में इस वर्ष कई प्रजातियों को लाया गया, जिनमें नंदन कानन उद्यान, भुवनेश्वर से सफेद बाघिन, लोमड़ी, खटास, नाइट हेरोन, आईबिस, ग्रे पेलिकन और माउस डीयर शामिल हैं।
बिरसा उद्यान के सफेद बाघ, काला तेंदुआ, सफेद मोर, सफेद हिरण बच्चों का विशेष कर ध्यान आकर्षित करते हैं। सोमवार को सामान्यतः बिरसा जैविक उद्यान बंद रहता है, लेकिन इस वर्ष नए साल के मद्देनजर 30 दिसंबर 2023, दिन सोमवर को उद्यान पर्यटकों के लिए खुला रहेगा।