बैगा समुदाय की मैकाल पर्वतमाला पर संसाधनों तक सीमित होती पहुँच, बढता संकट

दिब्येंदु चौधरी कबीरधाम जिला, छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से सटी मैकाल पर्वतमाला का दुर्गम…

पहाड़िया आदिवासियों ने अपने धर्म, सभ्यता और संस्कृति की रक्षा के लिए की साप्ताहिक पूजा

दुमका : झारखंड के दुमका जिले के गोपीकांदर प्रखंड के खरौनी बाजार पंचायत के अंतर्गत नमोडीह…

संताल आदिवासियों की अम्बावती परंपरा धरती की उर्वरता के लिए क्यों है महत्वपूर्ण?

इस साल वर्ष 2025 में 22 जून से संताल आदिवासियों की अम्बावती परंपरा शुरू हुई है।…

असम: कार्बी आंगलोंग के आदिवासियों की बड़ी जीत, एडीबी को रद्द करना पड़ा 500 मेगावाट सोलर पार्क की फंडिंग

असम में कार्बी आंगलोंग जिले में एक विशाल सोलर पॉर्क बनाया जाना था। पर, इसके लिए…

आदिवासी गांव पलासबनी का हाल बेहाल, पक्की सड़क नहीं होने से गर्भवती व बीमार लोगों को होती है परेशानी

दुमका: देश की आजादी के 78 वर्ष बीत जाने व झारखंड राज्य गठन के 25 वर्ष…

फोटो स्टोरी : ओलिचिकी लिपि के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती पर आदिवासी समुदाय ने उन्हें किया याद

दुमका: दुमका जिले के जामा प्रखंड के ऊपरबहाल गांव में ग्रामीणों ने संताली भाषा की ओलचिकी…

पंडित रघुनाथ मुर्मू: संतालों की भाषाई अस्मिता के सूत्रधार

संताली समाज के प्रति समर्पित थे पंडित रघुनाथ मुर्मू उन्होंने संताली भाषा के लिए ओलचिकी लिपि…

पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती के मौके पर दो संताल युवाओं ने शुरू किया बच्चों के लिए ओलिचिकी का निःशुल्क ट्यूशन

ओलचिकी के साथ आदिवासी बच्चों को अन्य विषयों की भी शिक्षा दी जाती है, इसके साथ…

संताल अस्मिता के संरक्षण व नई पीढ़ी में चेतना जगाने के लिए अनूठी पहल

दुमका के एक गांव के लोगों ने हर सप्ताह संताल देवता की पूजा व सामूहिक प्रार्थना…

नागालैंड के ख्यामनियुंगन आदिवासियों का प्रकृति के साथ सहजीवन और प्रेम का अनूठा किस्सा

थांगसोई एम ख्यामनियुंगन मैं एक फिल्मकार हूं और नागालैंड राज्य के नोकलाक जिले में स्थित चोकलांगन…