कोलकाता: फिलिस्तीन में जारी हिंसा व नरसंहार और गाजा में सहायता पहुंचाने वाले पर्यावरण व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने के खिलाफ नदी बचाओ आंदोलन ने कोलकाता के धर्मतल्ला मेट्रो चैनल पर 14 जून 2025 का विरोध प्रदर्शन किया।
नदी बचाओ आंदोलन पश्चिम बंगाल का एक नागरिक संगठन समूह है जो पश्चिम बंगाल सहित पूर्वी भारत की नदियों व पर्यावरण के मुद्दों पर सक्रिय है। धरना कार्यक्रम में नदी बचाओ आंदोलन के अन्य सहयोगी संगठन जैसे पश्चिम बंग विज्ञान मंच, बेहला परिवेश गोष्ठी, यूथो जीवन यापोन, परिवेश बंधव मंच बैरकपुर, ग्रीन नागरिग और अन्य संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
इस प्रदर्शन के माध्यम से दुनिया भर के युद्ध उन्मादी लोगों के खिलाफ एक जनमत बनाने का प्रयास किया गया और उन्हें मानवता व पर्यावरण का शत्रु बताया गया। इस आयोजन के दौरान पीड़ितों को सहायता पहुंचाने में बाधा डालने और पर्यावरण व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को राहत प्रदान से रोकने के लिए इस्त्राइल सरकार की निंदा की गई।

प्रदर्शन के दौरान वैश्विक साम्राज्यवादी ताकतों द्वारा प्रभुत्व के नाम पर क्रूर, अमानवीय हमलों को बढावा देने के तरीकों की निंदा की गई और फिलिस्तीन के संघर्षाें के प्रति एकजुटता प्रदर्शित की गई।
इस दौरान विकास के नाम पर पानी, नदियों व जंगलों पर कब्जा करने पर गहरी चिंता प्रकट की गई और कहा गया कि ऐसे कृत्यों से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य अपने ही क्षेत्र में औपनिवेशिक शैली की आक्रामकता को बढावा दे रहा है। नदियों व प्रकृति की रक्षा का भी इस दौरान आह्वान किया गया और इसके लिए टिकाऊ योजना अपनाने पर जोर दिया गया।